ऐसा कहा जाता है कि ‘अमेरिका केवल एक भूभाग नहीं, बल्कि एक विचार है’। लेकिन इसे बनाने में किसकी भूमिका रही? क्या आज का अमेरिका वही है जो मूल अमेरिकियों का था, या वह देश जिसे अप्रवासियों और अवैध प्रवासियों ने आकार दिया?” आज के समय में ये मुद्दा चरम पर है। इसकी वजह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कथित अवैध प्रवासियों को लेकर पॉलिसी है। बुधवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा। अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा निर्वासित भारतीयों का यह पहला जत्था है। निर्वासित लोगों ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैरों में हथकड़ी लगी रही और अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद ही उन्हें खोला गया। ऐसे में सवाल उठता है कि जो अमेरिका आज बिना वैध दस्तावेज वाले प्रवासियों को आतंकियों की तरह बेड़ियां पहनाकर भेज रहा है क्या वह खुद अपने दम पर महान बना है?
अमेरिका की बुनियाद यूरोपीय उपनिवेशों से पड़ी, लेकिन इससे पहले यह मूल अमेरिकी जनजातियों का घर था। इन्हें मूल निवासी या रेड इंडियन भी कहा जाता था। 1492 में क्रिस्टोफर कोलंबस ने अमेरिका की “खोज” की। इसके बाद यूरोपीय लोग यहां बसने लगे। 1607 में ब्रिटिश कॉलोनी जेम्सटाउन और 1620 में प्लायमाउथ की स्थापना हुई, जिससे अमेरिका में प्रवासन का पहला संगठित दौर शुरू हुआ। 17वीं और 18वीं शताब्दी में, यूरोप और अफ्रीका से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका आए। इनमें कई कॉन्ट्रैक्ट पर लाए गए मजदूर थे, जो बेहतर जीवन की तलाश में आए थे। लेकिन इसके साथ ही अफ्रीका से लाखों गुलाम भी लाए गए, जिन्होंने अमेरिका की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाई।
अमेरिका के निर्माण में प्रवासियों की भूमिका
इतिहास में “अवैध अप्रवासी” की परिभाषा अलग-अलग समय पर बदलती रही। शुरुआत में अमेरिका में प्रवास के लिए कोई औपचारिक नियम नहीं थे। यूरोपीय उपनिवेशी जब अमेरिका आए, तो वे मूल अमेरिकियों की भूमि पर बस गए। यहां सवाल उठता है कि क्या वे “अवैध प्रवासी” थे? यह सवाल आज भी बहस का विषय है। 19वीं और 20वीं शताब्दी में अमेरिका में अप्रवासन कानून बनने लगे। 1882 में “चीनी बहिष्कार अधिनियम” पहला बड़ा कानून था, जिसने अप्रवासन पर पहली बार रोक लगाई। लेकिन फिर भी यूरोप, एशिया और लैटिन अमेरिका से लाखों लोग अमेरिका आते रहे—कई बिना दस्तावेजों के भी।
अमेरिका के निर्माण में महान अप्रवासी
अल्बर्ट आइंस्टीन (1933, जर्मनी से अमेरिका)
आइंस्टीन जब अमेरिका आए, तब उनकी वीजा स्थिति जटिल थी। नाजी जर्मनी से भागकर अमेरिका आए आइंस्टीन ने “सापेक्षता का सिद्धांत” दिया और अमेरिका के परमाणु कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
निकोल टेस्ला (1884, सर्बिया से अमेरिका)
टेस्ला के बारे में भी प्रवासी थे। वे सर्बिया से अमेरिका आए थे और बाद में उन्हें अमेरिकी नागरिकता मिली। उन्होंने विद्युतचुंबकीय तकनीकों में क्रांतिकारी खोजें कीं और अमेरिका को तकनीकी महाशक्ति बनने में मदद की।
अलेक्जेंडर हैमिल्टन (1755, कैरिबियन से अमेरिका)
अलेक्जेंडर हैमिल्टन को अमेरिका के संस्थापक नेताओं में से एक कहा जाता है। वे खुद कैरिबियन देश सेंट किट्स एंड नेविस से आए थे। उन्होंने अमेरिका की आर्थिक नींव रखी।
लेवी स्ट्रॉस (1850 के दशक में जर्मनी से अमेरिका)
लेवी स्ट्रॉस यहूदी अप्रवासी थे, जिन्होंने अमेरिका में डेनिम जींस का आविष्कार किया और पूरे उद्योग को बदलकर रख दिया।