26/11 का होगा हिसाब! आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से दिल्ली रवाना हुआ स्पेशल प्लेन

जगदीश पूरी
3 Min Read

Mumbai Terrorist Attack: एनआईए देश के सबसे बड़े दुश्मन आतंकी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से दिल्ली ला रही है. तहव्वुर राणा अपने प्रत्यर्पण को रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते आजमाने के बाद अब भारत आ रहा है. तहव्वुर को लेकर एक विशेष विमान बुधवार (9 अप्रैल 2025) को अमेरिका से उड़ान भर चुका है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल के साथ बैठक की।

तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत लाए जाने के बाद तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जा सकता है। जेल सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि राणा (64) को जेल में रखने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं और जेल अधिकारी अदालत के आदेश का इंतजार करेंगे। राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है और 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का करीबी है।

राणा के खिलाफ उठाए जा सकते हैं ये कदम
अमेरिका से दिल्ली लाए जाने के बाद सबसे पहले राणा को NIA मुख्यालय ले जाया जाएगा
तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी
राणा को दिल्ली की एनआईए विशेष अदालत में पेश किया जाएगा
एनआईए अदालत से राणा की हिरासत मांगेगी ताकि उससे पूछताछ की जा सके
तहव्वुर हुसैन राणा से यह पूछताछ कई हफ्तों तक चल सकती है
मुंबई हमले की साजिश के अन्य पहलुओं की जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाएगी
मुंबई हमले और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क की जानकारी हासिल करने की कोशिश की जाएगी
पूछताछ में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका जानने की कोशिश की जाएगी
राणा को अपने बचाव में वकील नियुक्त करने का अधिकार होगा, और वह अदालत में अपनी बात रख सकेगा
डेविड कोलमैन हेडली का करीबी है राणा

बता दें कि तहव्वुर राणा को पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26/11 के मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों के एक ग्रुप ने अरब सागर में समुद्री मार्ग से मुंबई में घुसपैठ करने के बाद एक रेलवे स्टेशन, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था। साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे। इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था।

Share This Article