रायपुर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई, जिसके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बात की और निर्देश दिए कि अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें तत्काल पाकिस्तान वापस भेजा जाए। भारत सरकार ने 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए हैं, केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे। पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई तक भारत छोड़ने का समय दिया गया है, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी।
खबरों के मुताबिक, रायपुर में लगभग 2000 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनकी पहचान और वापसी के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस ने विशेष अभियान शुरू कर दिया है। यह कदम पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव और सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है।
केंद्र सरकार के सख्त आदेश के बाद रायपुर में 2000 पाकिस्तानी नागरिकों की निगरानी शुरू कर दी गई है। इनमें से 1800 लोग केवल राजधानी रायपुर में रह रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने कमर कस ली है और कार्रवाई ज़ोरों पर है।
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। केंद्र सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश जारी किया है। आदेश मिलते ही छत्तीसगढ़ में भी जांच अभियान तेज़ हो गया है।
हर थाने में होगा वेरिफिकेशन
एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि रायपुर में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच के साथ-साथ स्थानीय थानों में सत्यापन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नागरिकता के लिए आवेदन करने वालों की सूची का मिलान भी किया जा रहा है। राज्य में ऐसा पहली बार हो रहा है जब इतने बड़े स्तर पर पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान, निगरानी और सत्यापन की प्रक्रिया चलाई जा रही है।