कोरबा। जिला जेल कोरबा से चार आरोपी -थाना सिविल लाइन के आरोपी दशरथ सिदार, चौकी राजगामार से आरोपी राजा कंवर, थाना बालको से आरोपी सारण सिक्कू एवं थाना श्याम से आरोपी चंद्रशेखर राठिया चारों आरोपियों को पास्को एक्ट के धाराओं के तहत विभिन्न दिनांक में जेल दाखिल किया गया था। उक्त चारों बंदी कोरबा जेल की निगरानी को भेदते हुए फरार हो गए थे। ये सभी आरोपी पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर अपराधों में विचाराधीन बंदी थे। घटना की सूचना प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक कोरबा सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से.) द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित एवं ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक कोरबा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर एवं नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसमें अनुभवी पुलिस अधिकारी, कर्मचारी एवं साइबर सेल के सदस्यों को शामिल करते हुए आठ निरीक्षक एवं 50 आरक्षकों का दो टीम बनाया गया।
पुलिस टीम द्वारा फरार आरोपियों की तलाश हेतु कोरबा जिले के साथ ही आसपास के जिलों में लगातार दबिश दी गई। पुलिस अधीक्षक कोरबा के द्वारा फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं पता बताने वाले व्यक्ति को 10000 इनाम का घोषणा किया गया था, आरोपियों की सूचना देने वाले का नाम पुलिस विभाग की तरफ से गोपनीय रखा जाएगा।
फरार आरोपियों के पता तलाश में तकनीकी विश्लेषण, गुप्त सूचना एवं मुखबिर तंत्र के माध्यम से कोरबा पुलिस को तीन फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से दो को रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया, जिनमें— सरना सिंकु, पिता शंकर सिंह, उम्र 26 वर्ष, निवासी लालघाट, मुंडा मोहल्ला, थाना बालको, जिला कोरबा। राजा कंवर, पिता टीकाराम कंवर, उम्र 22 वर्ष, निवासी भुलसीडीह, चौकी राजगामार, जिला कोरबा। उक्त दोनों को कोरबा पुलिस की विशेष टीम द्वारा रायगढ़ जिले में सुनियोजित घेराबंदी कर पकड़ा गया।
वहीं, एक अन्य आरोपी को कोरबा शहर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया, जिसकी पहचान इस प्रकार है— शरथ सिदार, पिता प्रताप सिंह सिदार, उम्र 19 वर्ष, निवासी पोड़ीबाहर, नीचे मोहल्ला, रामपुर, थाना सिविल लाइन, कोरबा।
इन तीनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर वैधानिक प्रक्रिया के तहत न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। पुलिस की विशेष टीम चौथे फरार आरोपी चंद्रशेखर राठिया की तलाश में सतत कार्यरत है और शीघ्र ही उसकी भी गिरफ्तारी की संभावना है।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि उक्त आरोपियों में से एक की प्रेमिका बार-बार पुलिस को गुमराह कर रही थी तथा जानबुचकर भ्रामक जानकारी देकर फरारी में सहयोग कर रही थी। उसके विरुद्ध भी कोरबा पुलिस के द्वारा वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
यह सफलता कोरबा पुलिस की सतर्कता, तकनीकी दक्षता और संयुक्त टीमवर्क का प्रतिफल है। आम नागरिकों से भी अनुरोध किया जाता है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दें, ताकि समाज में सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके।