रायपुर : कांग्रेस अधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हालिया बयान ने सियासी हलचल मचा दी है। खड़गे ने अपने संबोधन में नेताओं को परोक्ष रूप से संदेश दिया कि जो काम नहीं करते, उन्हें आराम करना चाहिए। इस बयान को लेकर पार्टी के भीतर और बाहर चर्चा तेज हो गई है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी में परफॉर्मेंस के आधार पर नेताओं का आकलन होना चाहिए।
सिंहदेव ने खड़गे के बयान का समर्थन करते हुए इसे एक अनुभवी नेता की ओर से दिया गया व्यावहारिक सुझाव बताया। उन्होंने कहा कि खड़गे ने मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए यह बात कही, जो संगठन को मजबूत करने की दिशा में एक कदम हो सकता है। हालांकि, इस बयान ने कांग्रेस के भीतर नेतृत्व और कार्यशैली को लेकर बहस छेड़ दी है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी कई राज्यों में आगामी चुनावों की तैयारी कर रही है।
दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने खड़गे के बयान को कांग्रेस की आंतरिक कलह का सबूत बताने की कोशिश की है, जिससे सियासी माहौल और गरमा गया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और प्रतिक्रियाएं सामने आ सकती हैं।